अधिगम के प्रमुख सिद्धांत को याद करने का ट्रिक
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत के अंतर्गत कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो कि- Ctet question paper से लिया गया है, उन पर आधारित में महत्वपूर्ण प्रश्नों को Ctet syllabus के अंतर्गत ध्यान में रखते हुए- अधिगम के प्रमुख सिद्धांत के महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं, अधिगम के प्रमुख सिद्धांत पर आधारित ये यह ट्रिक ctet question paper जो पिछले सत्र में आ चुके है। जिसको ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। यह ट्रिक आपको लोगों के लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी है।
अधिगम के सिद्धांत - जीन पियाजे संज्ञानात्मक सिद्धांत-
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत के अंतर्गत जीन पियाजे का संज्ञानात्मक सिद्धांत से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं, Ctet syllabus जीन पियाजे का सिद्धांत का महत्वपूर्ण स्थान है, इनसे संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इनके सिद्धांत पर आधारित जीन पियाजे के सिद्धांत पर आधारित यह ट्रिक नीचे दिया गया है-
जीन पियाजे संज्ञानात्मक सिद्धांत का प्रतिपादन किया, जिसे बौद्धिक विकास सिद्धांत के नाम से भी जाना जाता है-
कथन- “ संज्ञानात्मक विकास के सिद्धां में उल्लेख किया सीखना उस समय पूर्ण होता है- जब विद्यार्थी की रूचि और कौतूहल के अनुरूप होता है तभी संज्ञानात्मक विकास प्रभावी होता है।”
जीन पियाजे के द्वारा बच्चों के बौद्धिक विकास के चार स्तरों का सिद्धांत का प्रतिपादन किया गया था। जिससे संबंधित प्रश्न अक्सर Ctet/Tet में पूछे जाते हैं। नीचे दिए गए ट्रिक के माध्यम से जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास या बौद्धिक विकास के चार स्तरों के सिद्धांत को हम समझेंगे।
पियाजे के अनुसार बौद्धिक / संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाएं-
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत - पावलाव द्वारा प्रतिपादित प्रमुख सिद्धांत-
ईवान पेट्रोविच पावलव- यह एक रूसी शास्त्री थे। अधिगम के प्रमुख सिद्धांत अंतर्गत इनके प्रमुख सिद्धांतों को पढ़ते हैं, इन्होंने कुत्ते पर शास्त्रीय अनुबंधन (Classical Conditional theory) सिद्धांत का प्रतिपादन किया, तथा इसी सिद्धांत के कारण 1904 में इन्हें नोबेल पुरस्कार (Nobel prize) मिला।
शास्त्रीय अनुबंधन सिद्धांत के अनुसार- “सीखना एक अनुकूलित अनुक्रिया होता है।”
इन्होंने कुछ और प्रमुख सिद्धांतों का प्रतिपादन किया जिसे नीचे दिए गए के माध्यम से समझेंगे।
पावलाव द्वारा प्रतिपादित प्रमुख सिद्धांत :-
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत थार्नडाइक द्वारा प्रतिपादित प्रमुख सिद्धांत-
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत - एडवर्ड ली थार्नडाइक- यह एक पशु चिकित्सक थे, इन्हें पशु मनोविज्ञान का पितामह कहा जाता है, प्रमुख सिद्धांतों को अधिगम के प्रमुख सिद्धांत - के अंतर्गत पढ़ा जा सकता है, इन्होंने भूखी बिल्ली पर प्रयोग करके अधिगम के क्षेत्र में प्रयास एवं त्रुटिअधिगम का सिद्धांत का प्रतिपादन किया था। थार्नडाइक को प्रथम शैक्षिक मनोविज्ञान माना जाता है। इन्होंने कुछ प्रमुख सिद्धांतों का प्रतिपादन किया था।
जिसका ट्रिक (Trick) नीचे दिया गया है-
थार्नडाइक द्वारा प्रतिपादित प्रमुख सिद्धांत :-
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत - मैस्लो के द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत-
आवश्यकता पदानुक्रम सिद्धांत का प्रतिपादन किया जिसके अंतर्गत मैसलो ने अधिगम के प्रमुख सिद्धांत में अभिप्रेरणा सिद्धांत के अंतर्गत मानव आवश्यकता के अनुसार कुल 5 अवस्थाओं के बारे में वर्णन किया जो कि इस प्रकार है-
मैस्लो ने प्रेरक सिद्धांत का प्रतिपादन किया इन्होंने प्रेरक को दो प्रकार से समझाया-
1. जन्मजात प्रेरक -इसे जैविक या शारीरिक भी कहा जाता है- जैसे भूख प्यास नींद काम आदि। इन्हें प्राथमिक प्रेरक भी कहते हैं।
2. अर्जित प्रेरक- यह अर्जित किए जाते हैं जैसे- रुचि आदत लक्ष्य सामूहिकता आदि।
मैस्लो के द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत- अधिगम का सिद्धांत
सी .एल. हल द्वारा दिए गए प्रमुख अधिगम के सिद्धांत-
क्लार्क हल का निम्नलिखित सिद्धांतों में से पुनर्बलन का सिद्धांत बाल विकास शिक्षा शास्त्र Child development and pedagogy के अंतर्गत महत्वपूर्ण माना जाता है। Ctet exam में क्लार्क हलमें द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं-
क्लार्क हल के द्वारा प्रतिपादित अधिगम के प्रमुख सिद्धांत सिद्धांतों का ट्रिक इस प्रकार है-
कुर्ट लेवीन के अधिगम के प्रमुख सिद्धांत-
कुर्ट लेवीन क्षेत्रीय तल का सिद्धांत तथा समूह का सिद्धांत का प्रतिपादन किया था-
कुर्ट लेवीन के प्रमुख सिद्धांत:-
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत के अंतर्गत निगमन विधि के प्रमुख शिक्षण सूत्र-
निगमन विधि का सूत्रपात अरस्तु ने किया था-
गुण तथा दोष- इस विधि के द्वारा नियम बताकर सिखाया जाता है और दिए हुए ज्ञान को स्वीकार कर लिया जाता है। अतः इस विधि में एक नियम के माध्यम से ही बालक सीखता है। आगमन विधि के एकदम विपरीत विधि है। इसके माध्यम से सीखा हुआ ज्ञान बालक के मस्तिष्क में ज्यादा दिन तक स्थाई नहीं हो पाता क्योंकि इस विधि में कभी-कभी बालक में रखने की प्रवृत्ति आ जाती है। जिसके कारण बालक में रचनात्मक शक्ति का विकास नहीं हो पाता है।
निगमन विधि के प्रमुख शिक्षण सूत्र:-
नोट – निगमन से ठीक विपरीत आगमन
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत के अंतर्गत आगमन विधि के प्रमुख शिक्षण सूत्र-
आगमन विधि का प्रवर्तक अरस्तु को माना जाता है।
गुण-
1. आगमन विधि मुख्यतः बालकों में नवीन ज्ञान खोजने के लिए सबसे ज्यादा सहायक होता है।
2. सीखने के लिए सबसे ज्यादा बच्चों को प्रेरित करता है।
3. इस विधि के द्वारा सीखा हुआ ज्ञान अधिक समय तक स्थाई होता है।
दोष-
1. इस विधि से सीखने के लिए इसके अंतर्गत समय और शक्ति अधिक लगता है।
2. सबसे ज्यादा यह विधि सामान्य बुद्धि और प्रतिभाशाली बच्चों के लिए ही सहायक हैं।
3. इस विधि के अंतर्गत केवल सामान्य नियमों के द्वारा ही सीखा जा सकता है।
4. इस विधि में प्रत्येक बालक को व्यक्तिगत रूप से शिक्षा नहीं जी सकती है।
आगमन विधि के नियम (शिक्षण सूत्र)-
व्यक्तित्व मापन के प्रमुख सिद्धांत-
व्यक्तित्व मापन के कुछ प्रमुख सिद्धांत दिए गए हैं। जिस पर आधारित दिया गया है-
व्यक्तित्व मापन के प्रमुख सिद्धांत-
बुद्धि मापन के प्रमुख सिद्धांत के जनक
अलग-अलग समय में बुद्धि मापन के अलग-अलग मनोवैज्ञानिकों ने अनेक प्रकार के सिद्धांतों का उल्लेख किया जिन्हें हमें याद रखने में बहुत ज्यादा असुविधा होती है, इसलिए नीचे दिए गए Trick के माध्यम से बुद्धि मापन के प्रमुख सिद्धांत के जनक हैं, उन्हें आसानी से हमें याद रख सकेंगे।
बुद्धि मापन के प्रमुख सिद्धांत के जनक-
मनोविज्ञान को व्यवहार का विज्ञान- अधिगम के प्रमुख सिद्धांत
इस Trick में जिन मनोवैज्ञानिकों ने मनोविज्ञान को व्यवहार का विज्ञान माना था नीचे दिए गए ट्रिक के माध्यम से उन्हें हम याद रख सकेंगे-
किन - किन मनोवैज्ञानिक ने मनोविज्ञान को व्यवहार का विज्ञान माना है।
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